जो हारा वह भी सिकंदर

आज तक हमने यही सुना है कि "जो जीता वही सिकंदर।" मगर आज मैं आप लोगों को एक बात और कहना चाहूंगा कि "जो हारा वह भी सिकंदर।" मैं आपसे यह बात सिर्फ इसलिए नहीं कह रहा हूँ कि जीत हमारे लिए मायने नहीं रखती बल्कि इसलिए कह रहा हूँ की हार जीत तो हर क्षेत्र में होती ही रहती है। मगर सिकंदर वही है जिसने प्रतियोगिता को जीतने के लिए अपनी पूरी क्षमता से, अपनी पूरी लगन से मेहनत की। अगर यह कहा जाए की विजेता तो सिर्फ एक ही होता है तो यह बात सरासर गलत होगी। क्योंकि हर वह व्यक्ति जो की किसी भी प्रतियोगिता में भाग लेता है, वह सिकंदर होता है। क्योंकि आधी जंग तो कोई व्यक्ति तब ही जीत जाता है जब वह किसी भी प्रतियोगिता में भाग लेने की ठान लेता है। 
एक बात हमेशा याद रखिए या तो व्यक्ति जीतता है फिर वह सीखता है। वह कभी भी हारता नहीं है। 

आप सभी को 2019 के आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप का फाइनल मैच का रोमांच तो याद ही होगा। जहाँ इंग्लैंड ने न्यूजीलैंड को हराकर पहली बार आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप का खिताब जीता था। दोनों टीमों ने 50 ओवर में  बराबर 241 रन बनाए थे। जिस कारण मैच टाई हो गया। इसके बाद सुपर ओवर हुआ जिसमें दोनों टीमों ने फिर से बराबर 15-15 रन बनाए। इसके बाद मैच का फैसला अधिक बाउंड्री के आधार पर हुआ। दोनों टीमों ने मैच में दो-दो छक्के लगाए लेकिन इंग्लैंड ने 22 और न्यू जीलैंड ने 14 चौके लगाए जिसके आधार पर इंग्लैंड को विजेता घोषित किया गया।

अगर अब मैं आप से पूछूं कि इस खेल में कौन सिकंदर है तो अब आपको जवाब देने में थोड़ी सी कठिनाई हो सकती है। क्योंकि दोनों टीमों में एक सा प्रदर्शन किया। दोनों ने अपनी जान लगाकर खेल खेला। और आख़िरकार बॉउंड्री के आधार पर विजेता को चुना गया। इसलिए जो जीता सिर्फ वही सिकंदर नहीं है बल्कि जो हारा वह भी सिकंदर है।

Add new comment

11 + 5 =