‘शांति और भाईचारा’ पर पोप फ्रांसिस का ट्वीट संदेश

20 अक्टूबर को रोम में 34वीं अंतरधार्मिक शांति प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया था। इस विश्व प्रार्थना सभा में संत पापा फ्राँसिस ने भाग लिया। इसी के मद्देनजर संत पापा ने चार ट्वीट कर सभी विश्वासियों को युद्ध व संघर्ष को समाप्त करने और शांति को बढ़ावा देने हेतु काम करने के लिए प्रेरित किया।
रोम के अराचेली स्थित संत मरिया महागिरजाघर में शांति हेतु 34वीं अंतरधार्मिक शांति प्रार्थना सभा का आयोजन रोम के संत इजिदियो समुदाय द्वारा किया गया था। असीसी के मनोभाव में आयोजित इस की विषयवस्तु थी, "कोई भी अकेला बच नहीं सकता। शांति और भाईचारा।"  सभा में कुस्तुनतुनिया के प्राधिधर्माध्यक्ष बर्थोलोमियो प्रथम तथा यहूदी, इस्लाम और बौद्ध धर्मों के प्रतिनिधि भी भाग लिये। इस प्रार्थना सभा के मद्देनजर संत पापा ने निम्नलिखित चार ट्वीट किया।

ट्वीट 01:-  ʺहमारी वर्तमान सभा धार्मिक नेताओं और सभी विश्वासियों को शांति के लिए प्रार्थना करने के लिए एक प्रोत्साहन का प्रतिनिधित्व करती है, युद्ध के लिए नहीं, लेकिन संघर्षों को समाप्त करने के लिए विश्वास की कोमल ताकत के साथ काम कर रहे हैं।ʺ #शांति और भाईचारा

ट्वीट 02 :- ʺअपने आप को बचाने के लिए "सुसमाचार" मुक्ति का सुसमाचार नहीं है। यह शंकायुक्त सुसमाचार (एपोक्रिफल गॉस्पेल) का सबसे बड़ा मिथक है, जो दूसरों को क्रूस ढुलाता है। जबकि सच्चा सुसमाचार हमें दूसरों का क्रूस ढोने को कहता है।ʺ # शांति और भाईचारा

ट्वीट 03 :- ʺदुःखभोग के पहले येसु के शिष्यों ने दो तलवारों को दिखाया, तो येसु ने कहा,"बस!" (लूक 22:38) येसु का यह एक शब्द "बस!" सदियों से गूँजता रहा है और हमारे अपने समय में भी बलपूर्वक पहुंच गया है: तलवार, हथियार, हिंसा और युद्ध बस! ʺ # शांति और भाईचारा

ट्वीट 04 :- ʺसभी विश्वासियों और भली इच्छा वाले पुरुषों और महिलाओं से हम कहते हैं: आइए, हम शांति के रचनात्मक कारीगर बनें, हम सामाजिक मित्रता का निर्माण करें, हम संवाद को अपनी संस्कृति बनाएं।ʺ # शांति और भाईचारा
 

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