स्वास्थ्य देखभाल सभी के लिए एक आवश्यक सेवा।

संत पिता फ्रांसिस ने जेमेल्ली अस्पताल की 10वीं मंजिल की बालकॉनी से सभी लोगों का अभिवादन किया जो रविवार के देवदूत प्रार्थना के लिए अस्पताल के सामने एकत्रित थे। संत पिता फ्रांसिस ने उनके सामीप्य एवं प्रार्थना के लिए धन्यवाद दिया तथा पीड़ितों एवं जरूरतमंद लोगों की देखभाल करनेवाले स्वास्थ्यकार्मियों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की।
संत पिता फ्रांसिस ने रविवार 11 जुलाई को रोम के जेमेल्ली अस्पताल की खिड़की से देवदूत प्रार्थना का पाठ किया, जिसके पूर्व उन्होंने विश्वासियों को सम्बोधित करते हुए कहा, "प्रिय भाइयो एवं बहनो, सुप्रभात। मैं खुश हूँ कि रविवार के देवदूत प्रार्थना को यहाँ "जेमेल्ली" अस्पताल से भी कर पा रहा हूँ। मैं आप सभी को धन्यवाद देता हूँ : मैंने आप सभी के सामीप्य एवं प्रार्थनामय सहयोग का एहसास किया है। आप सभी को दिल से धन्यवाद।"
संत पिता फ्रांसिस ने कहा कि यह "तेल" रोगियों के मलन संस्कार पर चिंतन करने हेतु प्रेरित करता है, जो आत्मा और शरीर को आराम प्रदान करता है, किन्तु यह रोगियों की देखभाल करनेवालों के लिए सुनना, सामीप्य, चिंता करना और कोमलता रूपी तेल भी है। यह एक दुलार की तरह है जो बेहतर महसूस कराता, दर्द को शांत करता और राहत देता है। हम सभी को कभी न कभी सामीप्य एवं कोमलता के इस "मलन" की आवश्यकता होती है। और हम सभी एक मुलाकात, एक फोन और दूसरों की आवश्यकता में उनकी मदद द्वारा, इसे दूसरों को दे सकते हैं। हम याद रखें कि, अंतिम निर्णय (मत्ती. 25) के दिन, एक चीज जो हमसे पूछा जाएगा, वह है बीमारों से निकटता।"
आर्थिक दबाव, आवश्यक स्वास्थ्य सेवा के साथ समझौता न करे:- एक अच्छे अस्पताल की आवश्यकता एवं महत्व पर ध्यान देते हुए संत पिता फ्रांसिस ने कहा, "इन दिनों अस्पताल में भर्ती होकर, मैंने फिर एक बार महसूस किया कि सभी के लिए उपलब्ध एक अच्छा स्वास्थ्य सेवा कितना आवश्यक है जैसा कि इटली और अन्य देशों में है। एक स्वास्थ्य सेवा जो सभी के लिए एक अच्छी सेवा दे सके।"
उन्होंने कहा, "इस कीमती संपत्ति को नहीं खोना चाहिए। इसे बनाये रखना चाहिए। इसके लिए सभी को प्रतिबद्ध होना है क्योंकि यह सभी के लिए आवश्यक है और सभी से सहयोग की मांग करता है।" कलीसिया में भी कभी-कभी किसी स्वास्थ्य सेवा संस्थान में ऐसा होता है कि कुव्यवस्था के कारण आर्थिक स्थिति ठीक नहीं चलती है तो हमारे मन में पहला विचार आता है कि उसे बेच दिया जाए। किन्तु संत पिता फ्रांसिस ने कहा कि आर्थिक दबावों के कारण आवश्यक स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने की क्षमता से समझौता नहीं करना चाहिए।
संत पिता फ्रांसिस ने अस्पतालों के सभी कर्मचारियों की सेवा के लिए उनकी सराहना करते एवं उन्हें प्रोत्साहन देते हुए कहा, "मैं अस्पतालों के सभी डॉक्टरों एवं स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के प्रति अपनी सराहना एवं प्रोत्साहन व्यक्त करता हूँ। हम सभी बीमार लोगों के लिए प्रार्थना करें।" संत पिता फ्रांसिस के साथ कुछ बच्चे भी उपस्थित थे, उन्हें इंगित करते हुए संत पापा ने कहा, "यहाँ कुछ बीमार बच्चे मित्र हैं। बच्चे क्यों दुःख सहते हैं? बच्चे क्यों दुःख सहते हैं एक ऐसा सवाल है जो हृदय को छू लेता है। हम उनके लिए एवं सभी बीमार लोगों के लिए प्रार्थना करें, खासकर, जिनकी स्थिति अत्यन्त कठिन है : कोई भी अकेला न छूटे, हर कोई सुनने, सामीप्य और देखभाल का मलन प्राप्त कर सके।"
इसके लिए हम, रोगियों की स्वास्थ्य, हमारी माता मरियम की मध्यस्थता द्वारा प्रार्थना करें। 

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