विश्व रेडियो दिवस पर पोप का सन्देश˸ वचन को सुदूर स्थानों तक पहुँचाना।

विश्व रेडियो दिवस पर संत पिता फ्राँसिस ने रेडियो की विशेषता एवं महत्व पर प्रकाश डाला।

संयुक्त राष्ट्र ने 13 फरवरी को विश्व रेडियो दिवस घोषित किया है। इसकी घोषणा 2011 में की गई है।

संत पिता फ्राँसिस ने इस अवसर पर अपने ट्वीट में लिखा, "रेडियो की एक सुन्दर विशेषता है ˸ यह शब्दों को सुदूर स्थानों तक पहुँचाती है।"

विश्व रेडियो दिवस के ठीक एक दिन पहले वाटिकन रेडियो ने अपनी 90वीँ वर्षगाँठ मनायी जिसकी स्थापना संत पिता पियुस 11वें ने 1931 में की थी। पहली व्यावसायिक रूप से व्यवहार्य रेडियो प्रणाली का आविष्कार गुग्लिल्मो मार्कोनी ने किया था, जिन्होंने पोप के रेडियो की स्थापना की।

एक बदलती दुनिया में
विश्व रेडियो दिवस 2021 के संदेश में तीन उप-शीर्षक हैं-

मूल्यांकन ˸ दुनिया बदलती है, रेडियो विकसित होता है।

नवीनता: दुनिया बदलती है, रेडियो सामंजस्य स्थापित करता और नवीनता लाता है।

संबंध ˸ दुनिया बदलती है, रेडियो जोड़ता है।

लोगों से मुलाकात:- ये तीनों उप-शीर्षक संत पापा फ्राँसिस के 55वें विश्व संप्रेषण दिवस के संदेश से मेल खाते हैं जिसमें वे लोगों को निमंत्रण देते हैं कि लोगों के बीच सच्चे सम्पर्क को बढ़ावा दिया जाए।

संत पिता फ्राँसिस ने कहा है कि संचार एक मुलाकात एवं सम्पर्क का स्थान होना चाहिए। रेडियो समेत सभी उपकरणों को हर युग की आवश्यकता के अनुकूल होना चाहिए।

ख्रीस्तीय दृष्टिकोण से संत पिता फ्राँसिस ने कहा है कि संचार का संबंध सीधे 2000 वर्षों पुराना है, मुलाकातों का सिलसिला, जो ख्रीस्तियों के साहसिक आकर्षण को दिखलाता है।

संत पिता फ्राँसिस ने कहा है, "चुनौती जो हमारा इंतजार कर रहा है वह यह है कि लोग जहाँ हैं और जैसे हैं उनसे मुलाकात करते हुए संचार करना।"

Add new comment

9 + 3 =