महामारी ने किसी को अछूता नहीं छोड़ा :- सन्त पिता फ्राँसिस।

ब्राज़ील के काथलिक धर्माध्यक्षों को गुरुवार को एक विडियो सन्देश भेजकर सन्त पिता फ्राँसिस ने कोविद महामारी से प्रभावित हुए लाखों लोगों के प्रति सहानुभूति का प्रदर्शन किया तथा धर्माध्यक्षों से आग्रह किया कि वे इस कठिन समय में लोगों की सहायता करें।    
ब्राज़ील के काथलिक धर्माध्यक्ष इस समय अपनी 58 वीं आम सभा में भाग ले रहे हैं, जो इस वर्ष ऑनलाइन आयोजित की गई है। ब्राज़ील के समस्त निवासियों को सम्बोधित सन्देश में सन्त पापा ने कहा कि ब्राज़ील इस समय अपने इतिहास के सर्वाधिक कठिन दौर से गुज़र रहा है।  
सन्त पिता फ्राँसिस ने अपना संदेश उन हजारों परिवारों के प्रति अपने सामीप्य से आरम्भ किया, जिन्होंने कोविद महामारी के कारण किसी प्रियजन को खो दिया है।
उन्होंने कहा, "युवा और बुजुर्ग, पिता और माता, स्वास्थ्य देखभाल प्रदाता और स्वयंसेवक, कलीसिया के पुरोहित एवं कार्यकर्त्ता, अमीर और गरीब, इस महामारी ने किसी को भी अछूता नहीं छोड़ा है।"
जॉन हॉप्किन्स विश्वविद्यालय के अनुसार, ब्राज़ील में अब तक एक करोड़ 36 लाख लोग कोविद महामारी से ग्रस्त हुए हैं, जिनमें से लगभग 3,61,000 लोगों की मौत हो गई है।   
सन्त पिता ने विशेष रूप उन धर्माध्यक्षों को याद किया जिनकी मृत्यु कोविद महामारी से हो गई है। उन्होंने कहा, "मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि प्रभु उन्हें चिर शांति प्रदान करें तथा उनके शोकाकुल परिवारों को सान्तवना दें जो अन्तिम क्षणों में अपने प्रियजनों को विदा न कर पाये।"  
उन्होंने कहा, "विदाई कहने की संभावना के बिना किसी को खोना "चले जानेवाले तथा पीछे रह जाने वाले दोनों के लिये बहुत ही कष्टकर तथ्य है।"
ब्राज़ील के धर्माध्यक्षों को सन्त पिता ने स्मरण दिलाया कि पुनर्जीवित येसु ख्रीस्त ही हमारी आशा है, इसलिये इस चुनौतीपूर्ण काल के बावजूद वे अपने लोगों की मदद करें तथा उन्हें भी स्मरण दिलायें कि ख्रीस्त का पुनःरुत्थान मृत्यु पर जीवन की विजय तथा हमारी आशा का अनन्त स्रोत है।

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