कार्डिनल मोनसेंग्वो के निधन पर पोप का शोक संदेश। 

संत पिता फ्रांसिस ने 13 जुलाई को किंशसा के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल फ्रिडोलिन अम्बोंगो बेसुंगू को एक तार संदेश भेजकर वहाँ की कलीसिया के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा, "किंशसा के सेवानिवृत महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल लौरेंत मोनसेंवो पसिन्या के निधन की खबर पाकर मैं दुःखी हूँ, मैं आपको, मृतक के परिवार के सदस्यों एवं सहायक धर्माध्यक्षों एवं इनन्गो, किसनगनी तथा किंशसा के विश्वासियों जिनके बीच उन्होंने सफलता पूर्वक प्रेरितिक कार्य सम्पन्न किया, अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूँ। मैं पिता से प्रार्थना करता हूँ कि वे अपनी पूरी दया से उन्हें अपनी शांति में प्रवेश पाने दें।"
उन्होंने कहा कि इस महान आध्यात्मिक व्यक्ति को कलीसिया की सेवा के लिए जहाँ भी भेजा गया, उन्होंने अपने आपको पूरी तरह समर्पित किया। विश्वासियों की आवश्यकताओं पर ध्यान दिया। साहस और दृढ़ संकल्प से भरकर उन्होंने अपना जीवन पुरोहित एवं धर्माध्यक्ष के रूप में समर्पित किया और गरीबों पर अधिक ध्यान दिया। इस तरह उन्होंने कलीसिया में नबी के मिशन को पूरा किया। न्याय, शांति और एकता के प्रेमी के रूप में वे कोंगो के समग्र मानव विकास में संलग्न थे। उन्होंने देश की कलीसियाई, सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन को सुना और उसका सम्मान किया। वे अपने लोगों के बीच वार्ता एवं मेल-मिलाप के लिए हमेशा प्रयासरत रहे। उनका योगदान देश की उन्नति में महत्वपूर्ण रहा है। विश्वव्यापी कलीसिया के जीवन में भी उनका निष्ठापूर्ण योगदान रहा है।  

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