अंतर्राष्ट्रीय सहिष्णुता दिवस पर पोप फ्रांसिस का ट्वीट संदेश

अंतर्राष्ट्रीय सहिष्णुता दिवस पर पोप फ्रांसिस ने ट्वीट कर लोगों को सभी प्रकार के कट्टरपंथी असहिष्णुता को हटाने और सबके साथ सम्मान, प्रेम एवं मानवीय गरिमा को जीने और दूसरों को सिखाने के लिए प्रेरित किया।
संयुक्त राष्ट्र द्वारा हर साल 16 नवंबर "अंतर्राष्ट्रीय सहिष्णुता दिवस" के रूप में मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र संस्कृतियों और लोगों के बीच आपसी तालमेल को बढ़ावा देकर सहिष्णुता को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस दिन पोप फ्रांसिस ने ट्वीट प्रेषित कर आपसी मतभेदों से उपर उठकर मानवीय सम्मान और गरिमापूर्ण जीवन जाने का आह्वान किया।

पोप फ्रांसिस ने ट्वीट संदेश में लिखा,ʺसभी प्रकार के कट्टरपंथी असहिष्णुता व्यक्तियों, समूहों और लोगों के बीच संबंधों को नुकसान पहुंचाते हैं। आइए, हम मतभेदों का स्वागत करने में सक्षम प्यार, मानवीय गरिमा की प्राथमिकता एवं सम्मान के मूल्य को जीने और सिखाने के लिए खुद को प्रतिबद्ध करें।ʺ

अंतर्राष्ट्रीय सहिष्णुता दिवस का इतिहास :- यूनेस्को ने साल 1994 में, महात्मा गांधी के जन्म की 125 वीं वर्षगांठ को 16 नवंबर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा अंतर्राष्ट्रीय सहिष्णुता दिवस के रूप में घोषित किया गया था। यह दिन शांति, अहिंसा और समानता के महात्मा जी के मूल्यों को प्रोत्साहित करता है। सहिष्णुता और अहिंसा को बढ़ावा देने के लिए यूनेस्को-मदनजीत सिंह पुरस्कार वैज्ञानिक सहिष्णुता और अहिंसा की भावना को बढ़ावा देने के उद्देश्य से वैज्ञानिक, कलात्मक, सांस्कृतिक या संचार क्षेत्रों में महत्वपूर्ण गतिविधियों को पुरस्कृत करता है। इतना ही नहीं, ऐसे संस्थानों, संगठनों या व्यक्तियों को भी सम्मानित किया जा सकता है, जिन्होंने प्रभावी तरीके से सहिष्णुता और अहिंसा में योगदान दिया है। 16 नवंबर को अंतर्राष्ट्रीय दिवस पर सहिष्णुता के लिए हर दो साल में पुरस्कार प्रदान किया जाता है। पुरस्कार समारोह के साथ, विजेता को यूएस $ 100,000 की राशि के साथ प्रस्तुत किया जाता है।

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