सफलता के लिए सीखें 'लीडरशिप'

Leadership

आज के इस दौर में हर व्यक्ति सफलता के किये प्रयत्नशील है। सफलता को लक्ष्य बनाकर उसे प्राप्त करने के लिए हर कोई ललायित है। सफलता के लिए मेहनत के साथ-साथ, उसे व्यावहारिक रूप में लाना होगा।  जब तक आप अपने विचारों को या आइडियाज को व्यावहारिक नहीं बनाएंगे, तब तक आप सफल नहीं गिने जा सकोगे। सफलता पाने के लिए हमें टीम बनाने का कौशल सीखना होगा। यही प्रोफेशनल दुनिया में सफलता पाने का मूलमंत्र है।

हकीकत में टीम का नेतृत्व करना अपने आप में एक चुनौती होता है। कुशल टीम लीडर को न केवल अपनी टीम का साथ निभाना चाहिए, बल्कि जरूरत पड़ने पर टीम का मार्गदर्शन भी करना चाहिए। 

टीम बनाना बहुत आसान होता है, पर उसे संभालना उतना ही कठिन। भले ही पूरी टीम एक ही उद्देश्य को पाने के लिए प्रयासरत हो, मगर हर सदस्य के काम करने का तरीका अलग होता है। एक टीम लीडर के तौर पर आपको कई तरह की भूमिकाएं निभानी होती हैं।

व्यावसायिक स्तर के साथ ही निजी स्तर पर भी सबको समझना जरुरी होता है, जिससे कि कोई समस्या आने पर उसका सही हल ढूंढा जा सके। आइए जानते हैं कुछ ऐसे सूत्र जिन्हें अपना कर आप अपने अन्दर लीडरशिप के गुण विकसित कर सकते है:-

संवाद बनाए रखें
एक अच्छी टीम के लिए सबसे जरूरी चीज है - सहज और खुला संवाद।  इसके लिए समय-समय पर अपनी टीम के सदस्यों के साथ मीटिंग करते रहें। खासकर अगर आप या टीम का कोई सदस्य नया हो। इससे आप सभी से परिचित हो सकेंगे और नया साथी टीम का हिस्सा होने का अनुभव कर पाएगा।

पर्सनल टच 
यदि आप टीम लीडर हैं तो आपको अपनी टीम के हर सदस्य के बारे में जानकारी होनी चाहिए। अच्छा होगा कि आप अपने साथी सदस्य का नाम, उसकी खूबी, उसकी पसंद-नापसंद, परिवार के बारे में जाने। आपनी टीम को अपना पर्सनल टच दें।

पहुँच के भीतर 
यह जरुरी नहीं है कि आप हर वक्त दफ्तर में हो ही, लेकिन कम-से-कम ऐसी व्यवस्था तो हो ही कि यदि कोई साथी आपसे सम्पर्क करना चाहें तो उसे मुश्किल न आएं। अपना मोबाइल फ़ोन नंबर और ई-मेल एड्रेस सबके पास हो।

काम का ठीक से वितरण हो 
ज्यादातर टीम में एक बड़ी समस्या यह होती है कि काम का ठीक से डिस्ट्रीब्यूशन नहीं किया गया होता है। किसी के पास बहुत काम होता तो किसी के पास बिलकुल भी नहीं। यदि आपकी टीम में भी ऐसा है तो यह आपकी लीडरशिप की असफलता है। इसे जितनी जल्दी हो सके उतनी जल्दी ठीक करें।

कार्यक्षमता का रखें ध्यान
किसी भी सहयोगी या अधीनस्थ को कोई भी काम असाइन करने से पहले उसकी कार्यक्षमता के बारे में जरुर जान लें। अगर किसी सदस्य को प्रोजेक्ट को लेकर कोई समस्या आ रही है तो उसकी मदद करने के साथ ही उसे मोटीवेट भी करते रहें।  इससे कार्यक्षमता पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

टीम के साथ खड़े रहें
किसी दूसरे डिपार्टमेंट के साथ कोई दिक्कत होने पर हमेशा अपनी टीम के साथ खड़े रहें। आपके अधीनस्थ और सहयोगियों को आपसे ही उम्मीदें होंगी, उन पर खरा उतरने की पूरी कोशिश करें। किसी से कोई गलती होने पर उसे सही तरीके से समझाएं भी।

काम का श्रेय दें 
किसी भी प्रोजेक्ट को पूरा करने में हर सदस्य की अपनी मेहनत होती है। काम पूरा हो जाने के बाद सबको धन्यवाद् कहने के साथ ही उन्हें रिवॉर्ड भी प्रदान करें। चाहें तो एक छोटी पार्टी कर लें या सबके साथ पिकनिक पर निकल जाएं।

अच्छे श्रोता भी बनें 
अच्छा बोलने के साथ ही सुनने की आदत भी विकसित करनी चाहिए। अधीनस्थ या सहयोगी जो भी आईडिया या प्रपोसल्स दे रहे हों, उनका स्वागत करें। इससे उनके मन में आपके लिए इज्जत बढ़ेगी और वे उत्साहित होकर काम करेंगे। समय मिलने पर सबके लिए मोटिवेशनल सेमिनार भी आयोजित करवा सकते हैं।

गलती को स्वीकारना सीखें 
अपनी गलती होने पर उसे छिपाने के बजाय स्वीकार करना सीखें। गलती के लिए दूसरों को जिम्मेदार ठहराने वाली आदत से बचें।

टीम को प्रेरित करें
यह बेहद जरूरी होता है कि अपने टीम मेम्बेर्स की तारीफ़ दूसरी टीम के सामने अवश्य की जाए। इससे आपकी टीम में काम के प्रति सकारात्मक रवैया बना रहेगा।

निर्णय लेने में टीम की राय भी लें
कोई भी निर्णय लेने से पहले ठीक से सोच-विचार कर लें। फिर अपने निर्णय से टीम को अवगत कराएं और उनसे भी राय लें। हो सकता है किसी के पास कोई ऐसी राय हो जो आपको सूझी ही नहीं हो या फिर कोई ऐसा पॉइंट जिस पर आपने विचार नहीं किया हो। इससे टीम में एक विश्वास बढ़ेगा। सारे अपनी जिम्मेदारी समझेंगे।

ओवरलोड पर चेक लगाएं 
टीम मेंबर्स को उनकी निजी जिंदगी जीने का भी भरपूर समय दें। कोई यदि ज्यादा कुशल है तो उसे ही जोत कर न रखें। आखिर उसकी भी निजी जिंदगी है। अगर उन्हें किसी भी तरह की कोई समस्या हो तो उनकी परेशानी सुने और उचित सलाह दें। अगर कोई सदस्य आपसे कुछ शेयर कर रहा हो तो सबके सामने उसका मखौल न बनाएं। ऐसा होने पर उसका काम से भी मन भटकेगा साथ ही वह आप पर अविश्वास भी करेगा। कभी कोई बात होने पर आपको सूचना देने से भी कतराएगा।

- चार्ल्स सिंगोरिया 

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