प्रभु का पुनरागमन

सन्त लूकस के अनुसार पवित्र सुसमाचार

17:26-37

 

 "जो नूह के दिनों में हुआ था, वही मानव पुत्र के दिनों में भी होगा।

नूह के जहाज़ पर चढ़ने के दिन तक लोग खाते-पीते और शादी-ब्याह करते रहे। तब जलप्रलय आया और उसने सब को नष्ट कर दिया।

लोट के दिनों में भी यही हुआ था। लोग खाते-पीते, लेन-देन करते, पेड़ लगाते और घर बनाते रहे;

परन्तु जिस दिन लोट ने सोदोम छोड़ा, ईश्वर ने आकाश से आग और गंधक बरसायी और सब-के-सब नष्ट हो गये।

मानव पुत्र के प्रकट होने के दिन वैसा ही होगा।

"उस दिन जो छत पर हो और उसका सामान घर में हो, वह उसे ले जाने नीचे न उतरे और जो खेत में हो, वह भी घर न लौटे।

लोट की पत्नी को याद करो।

जो अपना जीवन सुरक्षित रखने का प्रयत्न करेगा, वह उसे खो देगा, और जो उसे खो देगा, वह उसे सुरक्षित रखेगा।

"मैं तुम से कहता हूँ, उस रात दो एक खाट पर होंगे-एक उठा लिया जायेगा और दूसरा छोड़ दिया जायेगा।

दो स्त्रियाँ साथ-साथ चक्की पीसती होंगी-एक उठा ली जायेगी और दूसरी छोड़ दी जायेगी।"

"मैं तुम से कहता हूँ, दो खेत में होंगे-एक उठा लिया जायेगा और दूसरा छोड़ दिया जायेगा।

इस पर उन्होंने ईसा से पूछा, "प्र्रभु! यह कहाँ होगा?" उन्होंने उत्तर दिया, "जहाँ लाश होगी, वहाँ गीध भी इकट्ठे हो जायेंगे"।

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