मसीह की नम्रता

संत मत्ती के अनुसार पवित्र सुसमाचार 
12: 14-21

इस पर फ़रीसियों ने बाहर निकल कर ईसा के विरुद्ध यह परामर्श किया कि हम किस तरह उनका सर्वनाश करें। ईसा यह जान कर वहाँ से चले गये। बहुत-से लोग ईसा के पीछे हो लिये। वे सबों को चंगा करते थे, किन्तु साथ-साथ यह चेतावनी देते थे कि तुम लोग मेरा नाम नहीं फैलाओ। इस प्रकार नबी इसायस का यह कथन पूरा हुआ- यह मेरा सेवक है, इसे मैने चुना है; मेरा परमप्रिय है, मैं इस पर अति प्रसन्न हूँ। मैं इसे अपना आत्मा प्रदान करूँगा और यह गैर-यहूदियों में सच्चे धर्म का प्रचार करेगा। यह न तो विवाद करेगा और न चिल्लायेगा, और न बाज़ारों में कोई इसकी आवाज सुनेगा। यह न तो कुचला हुआ सरकण्डा ही तोडे़गा, और न धुँआती हुई बत्ती ही बुझायेगा, जब तक वह सच्चे धर्म को विजय तक न ले जाये। इसके नाम पर गैर-यहूदी भरोसा रखेंगे।

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