प्रभु ईसा का बपतिस्मा

संत मत्ती के अनुसार पवित्र सुसमाचार
3: 13-17

उस समय, ईसा योहन से बपतिस्मा लेने के लिए गलीलिया में यर्दन के तट पहुँचे। योहन ने यह कहते हुए उन्हें रोकना चाहा, "मुझे तो आप से बपतिस्मा लेने की ज़रूरत है और आप मेरे पास आते हैं? परन्तु ईसा ने उसे उत्तर दिया, "अभी ऐसा ही होने दीजिए। यह हमारे लिए उचित है कि हम इस तरह धर्म विधि पूरी करें।" इस पर योहन ने ईसा की बात मान ली। बपतिस्मा के बाद ईसा तुरन्त जल से बाहर निकले। उसी समय स्वर्ग खुल गया और उन्होंने ईश्वर के आत्मा को कपोत के रूप में उतरते और अपने ऊपर ठहरते देखा। और स्वर्ग से यह वाणी सुनाई दी, "यह मेरा प्रिय पुत्र है। मैं इस पर अत्यन्त प्रसन्न हूँ।"

Add new comment

7 + 8 =