जंगली बीज के दृष्टान्त की व्याख्या

संत मती के अनुसार पवित्र सुसमाचार 
13: 36-43

ईसा लोगों को विदा कर घर लौटे। उनके शिष्यों ने उनके पास आ कर कहा, "खेत में जंगली बीज का दृष्टान्त हमें समझा दीजिए"। ईसा ने उन्हें उत्तर दिया, "अच्छा बीज बोने बाला मानव पुत्र हैं; खेत संसार है; अच्छा बीज राज्य की प्रजा है; जंगली बीज दृष्ट आत्मा की प्रजा है; बोने बाला बैरी शैतान है; कटनी संसार का अंत है; लुनने वाले स्वर्गदूत हैं। जिस तरह लोग जंगली बीज बटोर कर आग में जला देते हैं, वैसा ही संसार के अंत में होगा। मानव पुत्र अपने स्वर्गदूतों को भेजेगा और वे उसके राज्य क़़ी सब बाधाओं और कुकर्मियों को बटोर कर आग के कुण्ड में झोंक देंगें। वहाँ वे लोग रोयेंगे और दाँत पीसते रहेंगे। तब धर्मी अपने पिता के राज्य में सूर्य की तरह चमकेंगे। जिसके कान हों, वह सुन ले।

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