मगान्वे के धर्माध्यक्ष ने संघर्ष के अंत और विस्थापित लोगों की मदद की अपील की। 

मनाग्वे के धर्माध्यक्ष अरियेल लास्कारो तापिया ने देश की सरकार से अपील की है कि वह संघर्ष का अंत करे एवं विस्थापितों की मदद करे। क्षेत्र पर कब्जा करने के लिए अवैध सशस्त्र समूह द्वारा लगातार हिंसा के कारण लोग भागने के लिए मजबूर हैं। हाल के दिनों में कई हत्याएँ हुई हैं और वहाँ की स्थिति संकटपूर्ण हो गई है। तनाव और डर की स्थिति के बीच मगांवे के धर्माध्यक्ष अरियल ने एक वीडियो संदेश जारी कर सरकार एवं अधिकारियों से अपील की है कि वे तनाव का समाधान ढूँढ़ें।
उन्होंने कहा, "हमें पलायन किये हुए लोगों को शीघ्र अपने मूल स्थान में वापस आने में मदद देना चाहिए और उनके मौलिक अधिकार का सम्मान करना चाहिए, खासकर, जीवन एवं उचित कार्य के अधिकार के लिए, जिससे कि वे बिना भय जी सकें।" धर्माध्यक्ष ने हिंसा से प्रभावित सभी समुदायों के प्रति कलीसिया के सामीप्य का आश्वासन दिया तथा देश के संविधान में निहित उनके अधिकारों जिन्हें देश उन्हें प्रदान करने की गारांटी देता है, उसे पाने के लिए मजबूत बने रहने का प्रोत्साहन दिया।
बोलिवर के सुरक्षा निदेशक जोश अरदिला ने अधिकारियों को जोर देते हुए कहा कि वे विस्थापित लोगों के लिए अस्थायी आवास के निर्माण हेतु प्रतिबद्ध हों तथा जबरन पलायन को रोकने के लिए तत्काल ठोस कदम उठायें।
हिंसा का कारण विभिन्न सशस्त्र समूहों के बीच संघर्ष है जिसमें राष्ट्रीय स्वतंत्रता सेना क्षेत्र को अपने कब्जे में करना चाहती क्योंकि यह खानों से समृद्ध है तथा नशीली पदार्थों की तस्करी का केंद्र है। पिछले कुछ ही दिनों के भीतर कम से कम 10 लोगों की हत्या हो गई है।

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