ओशो बानी सोसाइटी ने उत्तर पूर्व भारत में स्थायी आजीविका को बढ़ावा देने के लिए राहत सामग्री वितरित की और महिलाओं का किया समर्थन। 

त्रिपुरा में फैले COVID-19 के मद्देनजर ओशो बानी सोसाइटी और एनजीओ, पूर्वोत्तर भारत में डिवाइन वर्ड मिशनरीज द्वारा प्रबंधित स्टाइलर मिशन जर्मनी और सेंट गेब्रियल ऑस्ट्रिया के सहयोग से गरीबों और जरूरतमंद लोगों तक पका हुआ भोजन, सूखा राशन सामग्री और अन्य पीपीई सामग्री आदि पहुंचा रहे हैं। 
मार्च 2020 में भारत में कोविड 19 के प्रकोप के बाद से आज तक उत्तर पूर्व भारत में डिवाइन वर्ड मिशनरी वाईवीके जैसे समान विचारधारा वाले संगठनों और और अन्य स्वयंसेवक श्री प्रशांत, फादर वैलेंटाइन, फादर इवान, फादर एंटनी जे, और फादर सुशील फादर जीवन, एसवीडी, ओशो बानी सोसाइटी के निदेशक  के नेतृत्व में विभिन्न स्थानों पर राहत सामग्री वितरण में शामिल रहे हैं।
अब तक हम सूखे राशन वाले 5000 से अधिक परिवारों और पके हुए भोजन वाले 2000 लोगों तक पहुंच चुके हैं। सूखे राशन में चावल, दाल, तेल, आटा, नमक, हल्दी, सोयाबीन, प्याज, आलू, सैनिटाइजर और मास्क शामिल हैं। सूखे राशन के अलावा ओशोबनी सोसाइटी ने 30 महिलाओं के नेतृत्व वाले परिवारों सहित 100 से अधिक जरूरतमंद परिवारों को आजीविका के लिए विशेष रूप से सुअर पालन, मत्स्य पालन और बकरी पालन के लिए आय सृजन गतिविधियों का समर्थन किया है। ओशो बानी सोसाइटी से IGA समर्थन प्राप्त करने वाले 100 से अधिक परिवारों की आजीविका के लिए पहल को एक स्थायी मॉडल बनाने के लिए लंबे समय तक लगातार निगरानी की जाएगी।

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