एकजुट होकर जीवन बचा सकते हैं, कार्डिनल बो। 

महामारी के साथ फिर शुरू हुए संघर्ष और एक गिरती अर्थव्यवस्था ने गरीब राष्ट्र म्यांमार को तबाह कर दिया है, कार्डिनल चार्ल्स बो, एक बार फिर, अपने लोगों से, खासकर, फौज से मांग कर रहे हैं कि वे अपने बंदुक रख दें तथा सबके शत्रु वायरस से लड़ने के लिए हाथ मिलाईये।
2 फरवरी के सैन्य तख्तापलट के बाद म्यांमार में जारी संघर्ष, ऑक्सीजन की आपूर्ति में गंभीर कमी के बीच महामारी की विनाशकारी तीसरी लहर के साथ अब और तेज हो गया है।
म्यांमार के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष कार्डिनल चार्ल्स बो ने शक्तिहीन राष्ट्र के सभी पक्षों का आह्वान किया है कि वे हर प्रकार के संघर्ष को रोकें एवं सभी के हित के लिए एक साथ आयें एवं जीवन बचायें।
उन्होंने खेद प्रकट करते हुए कहा, “कोविड हमारे लोगों के खिलाफ एक ऐसी क्रूरता से युद्ध छेड़ रहा है जिससे हमारे लोग अनभिज्ञ हैं। हजारों लोग संक्रिमत हैं, सैंकड़ों विलाप के बिना, शीघ्रता से भीड़-भाड़ वाले कब्रिस्तानों में दफनाये जा रहे हैं। भीड़ भरे सड़कों पर हमारे लोग रात और दिन ऑक्सीजन का इंतजार करते हैं।"
कार्डिनल बो ने शहीद दिवस के अवसर पर सोमवार को, पुनः एक बार शांति हेतु अपील दोहराई। 19 जुलाई, 1947 को जनरल आंग सान और स्वतंत्रता-पूर्व अंतरिम सरकार के अन्य नेताओं की हत्या की याद में शहीद दिवस मनाया जाता है।
हत्या की याद करते हुए कार्डिनल ने कहा, "उनके बलिदान में बहे खून की हरेक बूँद, देश को महान बनाने के लिए थे। जब कोविड अनियंत्रित हो रहा है, भय, चिंता और मौत से भर रहा है। तब शहीदों को श्रद्धांजलि देने का एक ही रास्ता है, महामारी के खिलाफ एक राष्ट्र के रूप में एक साथ आना। यह समय घाव करने का नहीं बल्कि चंगा करने का है।"
जनरल आंग सान की बेटी आंग सान सू की और 5 महीने पहले उनकी चुनी हुई सरकार के सेना द्वारा निष्कासन ने सरकार की बहाली और उनकी रिहाई की मांग करते हुए राष्ट्रव्यापी विरोध और हड़ताल के साथ देश को अराजकता में डाल दिया।
सत्ता पर अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए म्यांमार की सेना द्वारा अपने विरोधियों पर क्रूर कार्रवाई में कोई कमी नहीं आई है। कई प्रदर्शनकारियों ने भी हथियार ले लिया है। इस बीच, सशस्त्र जनजातीय संगठन और स्वतंत्र नागरिक सुरक्षा दल के बीच फौज की आक्रमकता बढ़ गयी है। संघर्ष के कारण हजारों निर्दोष नागरिक भाग गये हैं।
असिस्टेंस एसोसिएशन फॉर पॉलिटिकल प्रिजनर्स (एएपीपी) के अनुसार, सुरक्षा बलों के तख्तापलट की शुरुआत के बाद से कम से कम 914 लोग मार डाले गये हैं।
कार्डिनल बो ने हर प्रकार की हिंसा के अंत की अपील की है। उन्होंने कहा, "सिर्फ एक युद्ध जिससे हमें लड़ना है वह है घातक अदृश्य वायरस, जो दुनिया की महाशक्तियों को भी अजेय साबित कर चुकी है। देश ने हाल के दिनों में बहुत सारे आँसू देखें हैं। क्या हम युद्ध, संघर्ष और विस्थापन को अभी और बर्दाश्त कर सकते हैं? यह उठने का समय है, पीड़ित लोगों तक पहुंचने के लिए चिकित्सा किटों से लैस स्वयंसेवकों की एक सेना जुटाने का समय आ गया है।”
कार्डिनल ने कहा कि उदार युवाओं की देखभाल केंद्रों में मदद तथा स्वास्थ्य केंद्रों में पहली पंक्ति पर कार्य करना, हमें बहुत अधिक प्रभावित किया है। यह सेवा में हमारी एकता को एक साथ मनाने का समय है। हम इसे पुनः शुरू करने के लिए सक्षम हैं।  
कार्डिनल बो ने कहा, "एकता के द्वारा हम जीवन बचा सकते हैं, विभाजित होकर हजारों को दफनायेंगे। इतिहास हमारे लिए एक कठोर न्यायधीश होगा यदि हम करूणा में सफल नहीं होंगे। उन्होंने फौजी अधिकारियों से अपील की कि वे सभी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और युवा राष्ट्र के सामने मौजूद "अस्तित्व के खतरे" से उबरने में मदद दें।
रविवार को अपने उपदेश में कार्डिनल बो ने कहा, "भूखमरी, चिंता और भय लोगों पर हावी हो रहा है जो बिना भेड़ के चरवाहे के समान हैं।" उन्होंने लोगों के सामने तीन बड़ी चुनौतियों को सामने रखा, कोविड-19, संघर्ष एवं ध्वस्त अर्थव्यवस्था जिनका सामना देश विगत 5 महीनों से कर रहा है।   
सेना नियंत्रित स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को कोविड-19 के 5,285 ताजा मामले दर्ज किए और शनिवार को करीब 233 से 231 मौतें हुईं।
म्यांमार जहाँ फौज के खिलाफ हड़ताल के कारण अस्पताल खाली हैं, स्वयंसेवक घर -घर जाकर स्वास्थ्य सेवा प्रदान कर रहे हैं एवं लाशों को दफनाने के लिए ले रहे हैं।  
इस परिस्थिति में कार्डिनल बो ने सभी लोगों से अपने आप की उचित देखभाल करने के द्वारा करुणा, एकात्मता तथा भला चरवाहा बनने की अपील की है, दूसरों के करीब होने आवश्यक सावधानी बरतने और सामाजिक दूरी बनाए रखने की सलाह दी है खासकर, उन परिवारों के साथ जो संक्रमण एवं मौत के शिकार हुए हैं।

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