सिंगापूर की यूनिवर्सिटी का बड़ा दावा !

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दुनिया भर में कोरोना का कहर जारी ! भारत में कब ख़त्म होगा कोरोना ? क्या २१ मई होगी आखरी तारीख ?

अमेरिका ब्रिटेन व इटली जैसे देशों में ही नहीं भारत में भी कोरोना वायरस का संक्रमण बढता जा रहा है। भारत में फिलहाल कोरोना के संक्रमण रोकने के लिए 3 मई तक लॉकडाउन लागू है। अब हर किसी का ये सवाल है कि आखिर कोरोना वायरस का यह प्रकोप ख़त्म कब होगा ? ये जानलेवा कोरोना वायरस कब तक पूरी दुनिया पर कहर बरसाएगा। इसे लेकर भी इससे जुड़े अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं। लेकिन इन दावों के बिच भारत के लिए एक अच्छी खबर भी है। 

दरअसल सिंगापूर के एक यूनिवर्सिटी को दावा है कि भारत में 21 मई के आसपास कोरोना वायरस ख़त्म हो सकता है। जी हाँ, सही पढ़ा आपने। दरअसल सिंगापूर यूनिवर्सिटी ऑफ़ टेक्नोलोजी एंड डिजाईन ने आर्टिफीसियल इन्टेलिगेंस के जरिए कोरोना वायरस के फैलने के रफ़्तार का विश्लेषण किया। यूनिवर्सिटी के मुताबिक़ ये डेटा ससकेपटेबल इन्फेकटेबल रिकवर यानी SIR पर आधारित है। यानी मरीज के संक्रिमित व ठीक होने के डेटा का विश्लेषण किया गया। 

यूनिवर्सिटी ने लगभग उन सभी देशों पर डेटा के जरिए रिसर्च किया जहाँ कोरोना का ज्यादा संक्रमण है। अगर भारत का ग्राफ देखा जाए तो इस बात की 97% संभवता है कि भारत में कोरोना वायरस २१ मई तक ख़त्म हो जाएगा। हालाँकि ये ग्राफ मरीज के संक्रमित और ठीक होने के डेटा पर आधारित है। इस वजह से इन तारीखों में भी बदलाव संभव है। ख़ास बात ये है कि इनके डेटा आधारित ग्राफ को देखने के बाद पता चलता है कि इटली और स्पेन में ये लगभग सही साबित हो रहे है। ऐसा अनुमान है कि दोनों देशों में ये मई के पहले हफ्ते में ख़त्म हो जाएँगे। 

फिलहाल भारत की बात करे तो यहाँ लॉकडाउन अच्छा असर दिखा रहा है। सरकार ने शनिवार को कहा कि देश में कोविड - 19 मामलों के दोगुना होने के औसत दर अभी 9 दशमलव 1 दिन  है। जिसका मतलब हुआ कि 9 दिन बाद ही मामले दोगुने हो रहे है। वहीं शुक्रवार सुबह 8 बजे से शनिवार सुबह 8 बजे तक देश में नए मामलों के वृद्धि दर 6 प्रतिशत दर्ज की गई। जो देश के 100 मामलों का आंकड़ा पार करने के बाद से प्रतिदिन के आधार पर सबसे कम वृद्धि दर है। अभी कोरोना वायरस संक्रमण के मृत्यु दर 3 दशमलव 1 प्रतिशत है। जबकि संक्रिमित व्यक्ति के संक्रमण मुक्त होने के दर 21 प्रतिशत से अधिक है। जोकि ज्यादातर देशों की तुलना में बेहतर है।

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