पवित्र शहर येरूसालेम सबका शहर

Moscow

मोरॉक्को में अपनी दो दिवसीय प्रेरितिक यात्रा के पहले दिन सन्त पापा फ्राँसिस तथा मोरॉक्को के सम्राट मुहम्मद षष्टम ने येरूसालेम शहर की विशिष्ट़ स्थिति को परिभाषित करते हुए एक संयुक्त अपील पर हस्ताक्षर किये तथा कहा कि येरूसालेम मानव जाति की सामान्य धरोहर है।

पवित्र शहर येरूसालेम सबका शहर
शनिवार को मोरॉक्को की राजधानी राबात में आगमन और आधिकारिक स्वागत समारोह के उपरान्त सन्त पापा फ्राँसिस तथा सम्राट मुहम्मद षष्टम ने उक्त अपील पर हस्ताक्षर किये।

येरूसालेम शहर पर जारी अपील "येरूसालेम शहर की विशिष्ट स्थिति और पवित्रता" को मान्याता देती तथा "मानवता की सामान्य धरोहर रूप में और, विशेष रूप से, तीन एकेश्वरवादी धर्मों के अनुयायियों के ख़ातिर येरूसालेम को एक मिलन स्थल और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के प्रतीक रूप में, संरक्षित रखने का आह्वान करती है जहाँ परस्पर सम्मान और संवाद पोषित होता है।"

येरूसालेम की सांस्कृतिक अस्मिता

अपील को मूर्तरूप प्रदान करने के लिये सन्त पापा फ्रांसिस एवं मोरॉक्को के राजा मुहम्मद छठवें ने कहा, येरूसालेम शहर के "विशिष्ट बहु-धार्मिक चरित्र, आध्यात्मिक आयाम तथा उसकी विलक्षण सांस्कृतिक अस्मिता को संरक्षण एवं प्रोत्साहन दिया जाये।"

अपील के अन्त में कहा गया, "हमारी आशा है कि पवित्र शहर में, तीन एकेश्वरवादी धर्मों के अनुयायियों को प्रवेश की पूर्ण स्वतंत्रता तथा आराधना-अर्चना के अधिकार की गारंटी मिले, ताकि येरूसालेम/अल-कुद्स अशरफ़ में वे धरती पर भावी शांति और भ्रातृत्व हेतु, सभी के सृष्टिकर्त्ता प्रभु ईश्वर से प्रार्थना कर सकें।"

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