धन्य सिस्टर रानी मरिया की शहादत का दिवस श्रद्धाभक्ति के साथ मनाया गया।

"इस से बडा प्रेम किसी का नहीं कि कोई अपने मित्रों के लिये अपने प्राण अर्पित कर दे।"

इन्दौर : सिस्टर रानी मरिया की शहादत का दिवस 25 फरवरी बुधवार को उदयनगर (मिर्जापुर) में पूरे श्रद्धाभक्ति के साथ मनाया गया। 
श्रद्धालुओं का स्वागत पल्ली पुरोहित फादर हरमन तथा फादर नवीन बलराज ने किया। पूजनविधि का नेतृत्व बिशप चाको तथा झाबुआ बिशप बेसिल भूरिया ने किया। इस अवसर पर फादर जोमोन जेम्स व फादर थोमस मेथ्यु तथा कई पुरोहितगण उपस्थित थे। इसके अलावा आसपास के गावों के कई लोगों ने श्रद्धापूर्वक भाग लिया। 
प्रतिवर्ष 25 फरवरी को सिस्टर रानी मरिया की शहादत का दिवस भक्तिभाव से मनाया जाता है। मगर इस वर्ष कोरोना महामारी के के कारण बड़ी सादगी से यह शहादत दिवस मनाया गया। विदित है कि 26 वर्ष पूर्व 25 फरवरी 1995 को उदयनगर की सिस्टर रानी मरिया को उदयनगर से इंदौर जाते हुए बस में चाकू मारकर उनकी हत्या कर दी गई थी। 
सिस्टर रानी मरिया उदयनगर एवं आसपास के इलाको में गरीबों एवं पिछड़े वर्ग के लोगों के लिए कार्य कर रही थी। उनकी शहादत के बाद सन 2017 में उन्हें धन्य घोषित किया गया था। 
शहादत दिवस मनाने के पूर्व धन्य सिस्टर रानी मरिया के आदर ने नौवेना प्रार्थना का आयोजन भी किया गया था। शहादत दिवस की पूर्व संध्या पर सांस्कृतिक कार्यक्रम किये गए थे। पवित्र मिस्सा बलिदान के पश्चात् प्रीतिभोज के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। आभार प्रदर्शन सिस्टर प्रिंसी रोज ने किया।

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