देश-विदेश और चर्च न्यूज़ | RVA Hindi | RVA News | April 27

  1. संत पिता  फ्राँसिस ने कहा येसु, भले चरवाहे  के रूप में , हरेक व्यक्ति की रक्षा करते, हैं
  2. भारत  में  संक्रमणों के बढ़ते हालात, यूएन ने जताई गहरी चिन्ता
  3. सर्दी-खांसी होने पर हॉस्पिटल भागने की जरूरत नहीं 90 फीसदी मरीजों का इलाज होम आइसोलेशन में भी किया जा सकता है।
  4. कैथोलिक धर्माध्चो ने कोविद -19 के  प्रतिबंधों का सख्ती से पालन करने का  आग्रह किया
  5. रेडियो वेरितास एशिया के पूर्व निर्माता डॉ. जोस पेयापल्ली का देहांत।

 

संत पिता  फ्राँसिस ने कहा येसु, भले चरवाहे  के रूप में , हरेक व्यक्ति की रक्षा करते, हैं

वाटिकन स्थित संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में रविवार, 25 मार्च को संत पिता  फ्राँसिस ने विश्वासियों के साथ स्वर्ग की रानी प्रार्थना का पाठ किया जिसके पूर्व उन्होंने विश्वासियों को सम्बोधित कर कहा,पास्का के इस चौथे रविवार, जिसको भला चरवाहा का रविवार कहा जाता है, सुसमाचार पाठ (यो.10,11-18) येसु को एक सच्चे चरवाहे के रूप में प्रस्तुत करता है जो अपनी भेड़ों की रक्षा करता, येसु, भले चरवाहे  के रूप में , हरेक व्यक्ति की रक्षा करते, उन्हें जानते एवं प्यार करते हैं।

 

भारत  में  संक्रमणों के बढ़ते हालात, यूएन ने जताई गहरी चिन्ता

देश के अनेक राज्यों में बिगड़ते हालात के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन की टीम, जवाबी कार्रवाई और टीकाकरण अभियान में सरकारी एजेंसियों की मदद कर रही है:यूएन स्वास्थ्य एजेंसी के महानिदेशक टैड्रॉस एडहेनॉम  ने भारत में संक्रमणों के बढ़ते मामलों व मौतों पर गहरी चिन्ता जताते हुए कहा कि देश में हालात जटिल हैं। “मैं भारत में हर किसी के प्रति अपनी गहरी सम्वेदनाएँ व्यक्त करता हूँ जिन्होंने अपने किसी प्रियजन को खोया है। इन परिस्थितियों से निपटने के लिये देश के अलग-अलग हिस्सों में भिन्न-भिन्न प्रकार की कार्रवाइयों की ज़रूरत होगी।”विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक़, देश में पोलियो, टीबी और अन्य टीकाकरण अभियानों से जुड़े, ढाई हज़ार से ज़्यादा कर्मचारियों की फिर से तैनाती की गई है। इसका मक़सद देश के कोरोनावायरस से प्रभावित प्रान्तों को ज़रूरी मदद प्रदान किया जाना है। साथ ही, ऑक्सीजन के उत्पादन, संयन्त्रों की देखरेख और अन्य प्रकार की तकनीकी मदद मुहैया कराई जा रही है।

 

सर्दी-खांसी होने पर हॉस्पिटल भागने की जरूरत नहीं 90 फीसदी मरीजों का इलाज होम आइसोलेशन में भी किया जा सकता है।

कोरोना की दूसरी लहर ने सभी के सामने संकट खड़ा कर दिया है। नए मरीजों और मौतों के आंकड़े हर दिन नया रिकॉर्ड बना रहे हैं। इसी बीच आम लोगों में कोरोना के लक्षणों और इलाज को लेकर अलग-अलग भ्रांतियां हैं। पिछले कुछ दिनों में डॉक्टर भी ये अपील कर चुके हैं कि केवल सर्दी-खांसी को कोरोना मानकर अस्पताल की ओर दौड़ न लगाएं। इसी तरह रेमडेसिविर की कमी की वजह ये भी बताई है कि जिन्हें इसकी जरूरत नहीं है उन्होंने भी उसका स्टॉक कर लिया है।यदि आपकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है तो घबराने की जरूरत नहीं है। विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना के हर मरीज को हॉस्पिटल जाने की जरूरत नहीं है, करीब 90 फीसदी मरीजों का इलाज होम आइसोलेशन में ही किया जा सकता है।

 

कैथोलिक धर्माध्चो ने कोविद -19 के  प्रतिबंधों का सख्ती से पालन करने का  आग्रह किया

कैथोलिक धर्माध्चो ने कोविद -19 के  प्रतिबंधों का सख्ती से पालन करने का  आग्रह किया है और कहा  जंगल की आग की तरह फैलने वाले कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए हम सब  मिल कर प्रार्थना करें।मुंबई के कैथोलिक बिशप कॉन्फ्रेंस ऑफ इंडिया के प्रेसिडेंट ओस्वाल्ड ग्रेसियस ने देश में  फैलने वाली महामारी से बचाने के लिए  7 मई को प्रार्थना और उपवास करने का आग्रह किया है

 

रेडियो वेरितास एशिया के पूर्व निर्माता डॉ. जोस पेयापल्ली का देहांत।

रेडियो वेरितास एशिया के पूर्व निर्माता डॉ. जोस पेयापल्ली (सुखलिया) का कोरोना के कारण दुखद निधन हो गया। उन्हें कुछ ही दिन पहले इंदौर के एप्पल हॉस्पिटल में कोविड पॉजिटिव होने के कारण आईसीयू में भर्ती कराया गया था। जहाँ कल उनका देहांत हो गया।

उन्होंने कई सालो तक रेडियो वेरितास एशिया के निर्माता के रूप में कार्य किया था। रेडियो वेरितास एशिया परिवार उन्हें हृदय से श्रद्धांजली प्रेषित करता है।

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