एशियाई कार्डिनलों द्वारा म्यानमार के लिये अपील। 

म्यानमार में हिंसा की समाप्ति का आह्वान करते हुए एशिया के 12 काथलिक कार्डिनलों ने एक संयुक्त वकतव्य प्रकाशित कर म्यारमार के काथलिक धर्माधिपति कार्डिनल चाल्स बो के प्रति सामीप्य व्यक्त किया है।
एशियाई काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलनों के संघ एफएबीसी के तत्वाधान में याँगून के महाधर्माध्यक्ष म्यानमार के कार्डिनल चार्ल्स बो की अध्यक्षता में उक्त अपील की गई। म्यानमार में शांति एवं पुनर्मिलन का आह्वान करते हुए एशियाई महाद्वीप के कार्डिनलों ने अपने वकतव्य में लिखाः "हम, एशिया के कार्डिनल सभी सम्बन्धित समूहों, सैन्य अधिकारियों, राजनीतिज्ञों, प्रदर्शनकारियों, धार्मिक नेताओं एवं कलीसिया से एक संयुक्त अपील करते हैं, शान्ति, शान्ति, शान्ति। शान्ति सम्भव है, शान्ति आवश्यक है।"
स्मरण रहे कि विगत पहली फरवरी को हुए सेना के तख्ता पलट के बाद से सम्पूर्ण म्यानमार में अशांति छाई हुई है। जगह-जगह प्रदर्शन किये जा रहे हैं, प्रदर्शनकारी नियुक्त नेता आऊन सान सूकी एवं अन्य राजनीतिज्ञों की रिहाई तथा लोकतंत्रवाद की पुनर्बहाली की मांग कर रहे हैं। हालांकि, सेना प्रदर्शनाकारियों के प्रति कठोर रुख अपना रही है, सैनिकों एवं प्रदर्शनकारियों की मुठभेड़ में 270 से अधिक व्यक्तियों के प्राण चले गये हैं।
कार्डिनलों ने कहा कि गहन उदासी एवं निराशा के साथ वे म्यानमार की घटनाओं का अनुसरण करते रहे हैं। उन्होंने खेद व्यक्त किया कि "बहुत अधिक क्रोध, बहुत अधिक हिंसा, बहुत अधिक रक्तपात, बहुत अधिक पीड़ा", एकता, सद्भाव और स्वतंत्रता और विकास के इच्छुक, म्यानमार के शांतिप्रिय लोगों को सहनी पड़ी है।  
मितकीना नगर में पुलिस के आगे घुटने टेककर शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर हमला न करने का आग्रह करनेवाली साहसी काथलिक धर्मबहन सि. एन नू तवाँग का स्मरण दिलाते हुए कार्डिनलों ने कहा, "म्यानमार के लोग शांति प्रिय लोग हैं, जो केवल विकास के मार्ग की खोज में लगें हैं। उन्होंने कहा कि म्यानमार के लोग कानून का पालन करनेवाले तथा सभी अधिकारियों के साथ सहयोग देनेवाले लोग हैं और इस क्षण वे केवल शांति की बहाली एवं हिंसा की समाप्ति चाहते हैं।"
एशिया, शांति, आशा एवं परिवारों के निकट सम्बन्धों का महाद्वीप है, इस बात को रेखांकित करते हुए कार्डिनलों ने कहा कि वे सब एक ही परिवार के हैं। उन्होंने म्यानमार को हर सम्भव मदद प्रदान करने का प्रण किया तथापि, इस बात की पुनरावृत्ति की कि शांति सम्भव है। म्यानमार के कार्डिनल बो के दर्द को अपना दर्द बताते हुए उन्होंने कहा वे ईश्वर से आर्त याचना करते हैं कि म्यानमार में शीघ्रातिशीघ्र संघर्ष एवं हिंसा की समाप्ति हो तथा शांतिपूर्ण समाधान का मार्ग खोजा जा सके।     

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