विधाता पर भरोसा

गुलशन एस्तर, एक मुस्लिम लड़की, प्रभु येसु को स्वीकार करने के बाद, अपने अनोखे अनुभवों को बाँटती है। उन में से एक घटना इस प्रकार है: वह भाँजे की शादी के बाद रावलपिण्डी जाने के लिए बस के इन्तजार में खड़ी थी और प्रभु येसु से अपनी मदद के लिए प्रार्थना कर रही थी। अचानक एक रिक्शा दिखाई दिया। कोई नहीं था, केवल चालक था। चालक उसे रावलपिण्डी ले जाने के लिए तैयार था। उसने उसे रावलपिण्डी बस अड्डा जल्दी पहुंचा दिया। रिक्शा से बैग उठाकर बस में रखा बस में चढ़ने के बाद धन्यवाद कहने और पैसा देने के लिए मुड़ी थी कि वह चालक गायब हो गया। तब उसने महसूस किया कि वह प्रभु येसु द्वारा भेजा गया स्वर्गदूत या रखवाल दूत था। इस प्रकार रखवाल दूत बच्चों व बड़ों की रक्षा करता और सहायता करता है। रखवाल- दूत ईश्वर की शक्ति, उपस्थिति और विधान का रक्षक व प्रबंधक है। इसलिए हमारे जन्म से मरण तक रखवाल दूत हमारी सहायता करते हैं। इनपर विश्वास करें। मुसीबतों में उनकी सहायता माँगे।

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