माँ मरियम का जन्मोत्सव 

आज (08 सितम्बर)माता कलीसिया ईश्वर की अनमोल भेंट, कलीसिया की संगिनी और हमारे मुक्तिदाता की माता, मरियम का जन्मोत्सव मना रही है। उनके जन्मोत्सव का एक कारण यह हो सकता है- और वह है उनका निष्कलंक गर्भागमन। हम उनका आदर करते हैं क्योंकि:-
1.) प्रभु ने उनके लिए महान कार्य किये हैं ( LK 1:49 ) 
2.) उन्हें प्रभु की माता बनने का गौरव प्रदान किया । 
3.) उन्हें पवित्र आत्मा से परिपूर्ण किया , 
4.) उन्हें सर्वगुण सम्पन्न किया, और 
5.) उन्हें हमारी मुक्ति के लिए अपने पुत्र के मिशन कार्य में सक्रिय रूप से भागीदार बनाया ।
माता मरियम का जन्म, उनका जन्मस्थल, परिवार आदि साधारण था, महत्त्वहीन था वही आज के पाठ हमें सिखाते हैं कि, ईश्वर महत्त्वहीन को महत्त्वपूर्ण बनाते हैं। उनकी अभिरुचि, उनका झुकाव छोटी और सादगीभरी बातों की ओर है जो हमारी नज़रों में तुच्छ है। आज के पाठों के द्वारा एवं माता मरियम के जीवन के माध्यम से ईश्वर हमारी विचारधारा को बदलना चाहते हैं। ईश्वर की योजना, उनकी सोच आदि हम मनुष्यों की योजना एवं सोच से परे है। माता मरियम का सादगीपूर्ण जीवन हमारे लिए इस आधुनिक दौड़ में लगाम के रूप में प्रस्तुत किया गया है। हम बड़ा एवं महत्त्वपूर्ण इंसान बनना चाहते हैं। प्रचलित गाँव, शहर, कार्यस्थल एवं जाने- माने लोगों की संगति में रहकर बड़प्पन का अहसास करना चाहते हैं। ईश्वर समाज की नज़रों में नगण्य एवं साधारण लोगों को ऊपर उठाते हैं। माता मरियम की विनम्रता, निष्कलंकता, विश्वासपूर्ण हृदय एवं सहनशक्ति हमें चुनौती देती है कि हम ईश्वर की योजना को हमारे जीवन में पूरी होने की अनुमति दें। केवल एक महान ईश्वर ही हमारी अल्पता, हमारी तुच्छता एवं कमजोरियों को समझता और हमें उससे पार निकालता है।

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