उत्सुकता

राजा हेरोद धूर्त, महत्त्वाकांक्षी एवं दुनियावी भोग- विलास में जीने वाला व्यक्ति था। जब 36 ई में युद्ध छिड़ा तो राजा हेरोद का साम्राज्य नष्ट हो गया। इस घटना को योहन बपतिस्ता की हत्या का कारण माना जाता है। हमारे अपराध हमें हमेशा नष्ट करेंगे। हम हेरोद की तरह उलझन तथा बेचैनी के घेरे में घिरे रहें, यह प्रेत की स्थिति बाहर से नहीं वरन् अन्दर से ही हमारे अंतःकरण को प्रभावित कर हमें नष्ट करती है। प्रभु येसु एकमात्र मार्ग हैं जो हमें इस स्थिति से बाहर निकाल सकते हैं। हम प्रभु येसु से सच्चा पश्चात्ताप का वरदान माँगे और इस उलझन भरी स्थिति से बाहर निकलने की कोशिश करें। इस प्रकार एक सच्चा आनन्ददायक एवं परिपूर्ण जीवन जीयें।

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