आदर्श नमूना 

दैविक शक्ति के प्रकटीकरण से पेत्रुस येसु को पहचान लिया था लेकिन वो निश्चित रूप से यह नहीं जानता था कि प्रभु मसीह हैं- जो सबको पापों की गुलामी से मुक्त करेगा। यह धारणा प्रचलित थी कि मसीहा मूसा और दाऊद के समान लोगों को मुक्त करेगा न कि पापों से। येसु सब कुछ क्रूस के द्वारा अपने ऊपर लेगा। इस कृपा से सब कोई पाप से मुक्त होगा, येसु अपने आपको दुःख भोगने वाला मसीह के रूप में प्रस्तुत करते हैं। और सबको इसी दुःख में भागीदार होने का आमंत्रण देते हैं। आज मैं येसु को कैसे प्रकट करता हूँ? मेरे जीवन से? व्यवहार से? काम- काज से और वाणी से? येसु मेरे लिए क्या हैं? उसने मेरे लिए क्या नहीं सहा? मैं ऐसे मसीह को मेरे जीवन के माध्यम से दूसरों के लिए कैसे प्रकट करूँ? आधुनिक युग के नेतागण हमारे लिए किस रूप में आदर्श नेता हैं? और हमारे मसीह एवं हमारे जीवन के राजा हमारे लिए क्या उदाहरण हैं? क्या हम अपने जीवन- मूल्यों को ध्यान में रखकर दूसरों के लिए आदर्श नमूना बन पायेंगे?

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